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Sura 85
Aya 10
10
إِنَّ الَّذينَ فَتَنُوا المُؤمِنينَ وَالمُؤمِناتِ ثُمَّ لَم يَتوبوا فَلَهُم عَذابُ جَهَنَّمَ وَلَهُم عَذابُ الحَريقِ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

जिन लोगों ने ईमानवाले पुरुषों और ईमानवाली स्त्रियों को सताया और आज़माईश में डाला, फिर तौबा न की, निश्चय ही उनके लिए जहन्नम की यातना है और उनके लिए जलने की यातना है