42أَو نُرِيَنَّكَ الَّذي وَعَدناهُم فَإِنّا عَلَيهِم مُقتَدِرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीया (तुम्हारी ज़िन्दगी ही में) जिस अज़ाब का हमने उनसे वायदा किया है तुमको दिखा दें तो उन पर हर तरह क़ाबू रखते हैं