54فَذَرهُم في غَمرَتِهِم حَتّىٰ حينٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअच्छा तो उन्हें उनकी अपनी बेहोशी में डूबे हुए ही एक समय तक छोड़ दो