21كَلّا إِذا دُكَّتِ الأَرضُ دَكًّا دَكًّاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकुछ नहीं, जब धरती कूट-कूटकर चुर्ण-विचुर्ण कर दी जाएगी,