88فَاستَجَبنا لَهُ وَنَجَّيناهُ مِنَ الغَمِّ ۚ وَكَذٰلِكَ نُنجِي المُؤمِنينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदतब हमने उसकी प्रार्थना स्वीकार की और उसे ग़म से छुटकारा दिया। इसी प्रकार तो हम मोमिनों को छुटकारा दिया करते है