32وَجَعَلنَا السَّماءَ سَقفًا مَحفوظًا ۖ وَهُم عَن آياتِها مُعرِضونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर हमने आकाश को एक सुरक्षित छत बनाया, किन्तु वे है कि उसकी निशानियों से कतरा जाते है